ग्राम कुदरी चिंगार की सड़क जर्जर, ग्रामीणों को हो रही परेशानी

कोरबा/ Chhattisgarh Express: आजादी के इतने वर्षों बाद भी कई ऐसे गांव हैं जहां बुनियादी सुविधाएं आज तक नहीं पहुंच पाई हैं, सरकारी फाइलों में कई चमचमाती सड़क बनाकर तैयार हो गई हैं लेकिन धरातल पर कई ऐसे गांव हैं जहां आज भी सड़क तक नहीं है अगर सड़क है तो बिल्कुल जर्जर स्थिति में जिसमें लोगों का चलना मुश्किल है जी हां कोरबा मुख्यालय से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम कुदरी चिंगार (ग्राम पंचायत डोकरमान, जिला कोरबा) की स्थिति आज भी बेहद दयनीय बनी हुई है। मेंन रोड सिलीभूढू से कुदरी चिंगार जोड़ने वाली सड़क पिछले 16 वर्षों से नहीं बनी, जिसके कारण ग्रामीणों को रोजमर्रा की आवाजाही में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
लगभग 800 की आबादी वाला यह ग्राम वर्षों से मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जीवन यापन करने को मजबूर है। बरसात के दिनों में हालात और भी बिगड़ जाते हैं, जब कच्ची पगडंडी दलदल में तब्दील हो जाती है और लोगों को आने-जाने में घंटों मशक्कत करनी पड़ती है।
ग्रामीणों का कहना है कि कई बार सड़क निर्माण की मांग प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से की गई, लेकिन अब तक ठोस कदम नहीं उठाया गया। शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार जैसी बुनियादी सुविधाओं से सीधा संबंध रखने वाली सड़क न होने के कारण बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी होती है, बीमार मरीजों को समय पर अस्पताल तक पहुँचाना भी मुश्किल हो जाता है।
एतुवारसाय, ग्राम कुदरी चिंगार के ग्रामीणों का कहना है कि “16 साल से सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है, लेकिन सड़क नहीं बनी। अब हमें विश्वास है कि शासन-प्रशासन हमारी आवाज सुनेगा और जल्द ही सड़क निर्माण कार्य शुरू होगा।”
ग्रामीणों का स्पष्ट कहना है कि यदि शीघ्र ही सड़क निर्माण कार्य नहीं शुरू किया गया तो वे मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाएँगे।



