नमामि हसदेव सेवा समिति ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन,
हसदेव नदी के दोनों किनारों पर रिवर फ्रंट निर्माण की मांग
हसदेव नदी के दोनों ओर रिवर फ्रंट निर्माण से स्थानीय विकास और पर्यावरण संरक्षण में सुधार होने जताई उम्मीद
रिवर फ्रंट निर्माण के लिए प्रशासन से शीघ्र कार्यवाही की करी अपील
सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं का होगा निर्माण
समिति द्वारा प्रस्तावित योजना अंतर्गत प्रदूषण नियंत्रण, सांस्कृतिक गतिविधियां और स्वच्छता सुविधाएं
(भरत यादव 7999608199)
कोरबा/ छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस. न्यूज़: नमामि हसदेव सेवा समिति ने कोरबा जिले की जीवनदायिनी हसदेव नदी के दोनों किनारों पर दर्री बांध से कुदुरमाल पुल तक रिवर फ्रंट निर्माण को लेकर कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा है। यह कदम हसदेव नदी के प्रदूषण को कम करने, इसके संरक्षण को सुनिश्चित करने और नदी के तट पर सुविधाओं के निर्माण के उद्देश्य से उठाया गया है।

समिति का मानना है कि रिवर फ्रंट निर्माण से ना केवल पर्यावरणीय सुधार होगा, बल्कि स्थानीय लोगों को बेहतर सुविधाएं भी मिलेंगी।
हसदेव नदी की महत्ता को देखते हुए समिति ने दर्री बांध से कुदुरमाल पुल तक रिवर फ्रंट निर्माण का प्रस्ताव दिया है ताकि नदी के किनारों को साफ किया जा सके और प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके। यह योजना नदी के संरक्षण के लिए केवल एक तकनीकी कदम नहीं है, बल्कि यह नदी के साथ जुड़ी संस्कृति और पारिस्थितिकी को बचाने का एक गंभीर प्रयास है। हसदेव नदी का पर्यावरणीय और सामाजिक महत्व बहुत बड़ा है और इसे बचाने के लिए स्थानीय और प्रशासनिक स्तर पर प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है। समिति ने कलेक्टर से शीघ्र निर्णय लेने की अपील की है ताकि रिवर फ्रंट निर्माण की प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू किया जा सके।
उन्होंने कहा की रिवर फ्रंट के किनारों पर पार्किंग स्थल, विश्राम स्थल, और शौचालय की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, टहलने के लिए स्थान बनाए जाएंगे, ताकि लोग प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकें। पार्किंग व्यवस्था से पर्यटकों को यात्रा में असुविधा नहीं होगी, और यह व्यवस्था यातायात समस्या को भी कम करेगी। रिवर फ्रंट पर सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों के लिए स्थान बनाए जाएंगे। यहाँ पर धार्मिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकेगा, जिससे स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा और सामाजिक गतिविधियों के लिए एक मंच मिलेगा। नदी के दोनों किनारों पर प्रदूषण नियंत्रण के लिए सफाई अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत नदी में जल प्रदूषण के स्रोतों को समाप्त किया जाएगा और पानी की गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा। नदी के पानी में प्रदूषण से निपटने के लिए जल उपचार संयंत्र लगाने की योजना भी बनाई गई है। इसके अलावा, कचरे के निपटान के लिए भी उचित व्यवस्था की जाएगी, ताकि नदी के आसपास गंदगी न फैले।
रिवर फ्रंट पर बुनियादी सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा, जिसमें स्वच्छता, जल गुणवत्ता निगरानी और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपाय शामिल हैं। नदी के किनारे पर जल की गुणवत्ता की निरंतर निगरानी की जाएगी ताकि कोई भी अवैध गतिविधि और प्रदूषण का प्रयास किया जाए तो उसे रोका जा सके। रिवर फ्रंट के आसपास सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी कैमरे और अन्य सुरक्षा उपकरण लगाए जाएंगे। यह कदम रिवर फ्रंट पर पर्यटकों की सुरक्षा और नदी के किनारे होने वाली किसी भी अवैध गतिविधि पर नजर रखने के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा। नदी के किनारे पर स्वच्छ जल आपूर्ति की व्यवस्था की जाएगी ताकि यहाँ आने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों को ताजे और साफ पानी की सुविधा मिले। इसके अलावा, शौचालयों की पर्याप्त संख्या सुनिश्चित की जाएगी ताकि पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
रिवर फ्रंट के पास पार्किंग स्थल बनाए जाएंगे ताकि पर्यटकों और स्थानीय लोगों को पार्किंग की समस्या का सामना न करना पड़े। साथ ही, रिवर फ्रंट तक जाने वाली सडक़ों का सुधार किया जाएगा और यातायात को व्यवस्थित करने के लिए उपाय किए जाएंगे। रिवर फ्रंट के निर्माण के लिए प्रशासनिक स्तर पर ठोस कदम उठाए जाएंगे। इसमें सडक़, जल आपूर्ति, सफाई, और सुरक्षा व्यवस्थाओं के लिए योजना बनाई जाएगी। प्रशासन को इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करना होगा ताकि नदी के संरक्षण के लिए आवश्यक कदम जल्द उठाए जा सकें।
रिवर फ्रंट पर बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए विशेष बाउंड्री बनाई जाएगी ताकि बच्चों को नदी के किनारे जाने से रोका जा सके और सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। इसके अलावा, बच्चों के खेलने के लिए खेल मैदान और अन्य मनोरंजन सुविधाएं भी बनाई जाएंगी।
नमामी हसदेव सेवा समिति ने कलेक्टर से निवेदन किया है कि इस महत्वपूर्ण योजना को शीघ्रता से कार्यान्वित किया जाए। समिति का कहना है कि रिवर फ्रंट के निर्माण से न केवल नदी के संरक्षण में मदद मिलेगी, बल्कि स्थानीय समुदाय की जीवनशैली में भी सुधार होगा। यह परियोजना कोरबा जिले के पर्यावरणीय और सामाजिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगी। ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रतिनिधि मंडल में संरक्षक श्रेष्ठ सिंह ठाकुर, अध्यक्ष चन्द्र किशोर श्रीवास्तव, कार्यकारी अध्यक्ष रणधीर पाण्डेय, उपाध्यक्ष शैलेश पाण्डेय, संयुक्त सचिव विजय कुमार राठौर, आचार्य प्रमुख रवि शंकर मिश्रा, श्री हनुमान चालीसा पाठ प्रमुख अखिलेश भारती और श्री हनुमान चालीसा पाठ सह प्रमुख मनीष मैत्री शामिल थे।
समिति का यह भी कहना है कि रिवर फ्रंट निर्माण केवल एक शुरुआत है। इसके बाद भी नदी के संरक्षण के लिए निरंतर निगरानी और उपाय किए जाने चाहिए। नदी के आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण को पूरी तरह से खत्म करने के लिए प्रशासन को लगातार कार्य करना होगा। समिति का मानना है कि इस योजना को कार्यान्वित करने से हसदेव नदी का पारिस्थितिकी तंत्र मजबूत होगा और आने वाली पीढिय़ों के लिए यह नदी एक स्थायी संसाधन बन सकेगी।


