सर्वमंगला नगर में विराजित श्री गणेश प्रतिमाओं को धूमधाम के साथ दी गई  विदाई.. गणपति बप्पा मोरया अगले बरस जल्दी आ….के जयकारों से गूंजा क्षेत्र 


सर्वमंगला नगर में विराजित श्री गणेश प्रतिमाओं को धूमधाम के साथ दी गई  विदाई.. गणपति बप्पा मोरया अगले बरस जल्दी आ….के जयकारों से गूंजा क्षेत्र

कोरबा / छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस: अनंत चतुर्दशी पर भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा के विसर्जन की धूम रही। सुबह से देर शाम तक विसर्जन का दौर चलता रहा। डीजे और बैंड-बाजे की धुन पर श्रद्धालुओं ने थिरकते हुए भगवान श्रीगणेश को विदाई दी। कुछ देर के लिए भक्तों की आंखें भी नम हो गई थी। पंडाल से लेकर विसर्जन स्थल तक रास्ते में भगवान गजानन के जयकारे लगाए गए। गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ… के जयकारे से शहरी क्षेत्र से लेकर उप नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र गुंजायमान हो गया।

विसर्जन की इसी कड़ी में नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत आने वाले सर्वमंगला नगर दुरपा में विराजित विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश जी प्रतिमाओं को भी धूमधाम के साथ विदाई दी गई…. क्षेत्र के छोटा दशहरा मैदान, सोसाइटी परिसर, दुल्लापुर, आजाद नगर, महंत मोहल्ला, संगम चौक, बरमपुर,एसजीपी कॉलोनी, मंझवार मोहल्ला,शांति मोहल्ला सहित घरों में विराजित भव्य एवं सुंदर गणेश जी की प्रतिमाओं को अनंत चतुर्दशी के दिन विधि विधान से विदाई दी गई.. गणपति बप्पा मोरया अगले बरस जल्दी या के जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।

10 दिनों तक की गई विधि विधान से पूजन पाठ सैकड़ो की संख्या में जुटे श्रद्धालु

गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक भक्तों ने भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा स्थापित कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई सुबह-शाम गजानन स्वामी की महाआरती और भजन कीर्तन का आयोजन किया। गणेशोत्सव को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह और उमंग रहा। अनंत चतुर्दशी के एक दिन पहले हवन-पूजन किया गया। शनिवार को अनंत चतुर्दशी पर घर-घर से लेकर सार्वजनिक स्थानाें पर स्थापित कुछेक प्रतिमाओं को छोड़कर अधिकांश मूर्तियों को विसर्जित किया गया। भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा को रंग-बिरंग गुब्बारे, फूल-माला से सुसज्जित वाहनों में रखा गया। कर्मा नृत्य, बैंड-बाजा की धुन पर रंग-गुलाल से सरोबार श्रद्धालु नजर आए। थिरकते हुए विजर्सन स्थल नदी व तालाब पहुंचे। गजानन स्वामी को विदा कर श्रद्धालु भावुक भी हुए। विसर्जन के दौरान वार्ड पार्षद श्रीमती भानुमति जायसवाल सहित बड़ी संख्या में वार्ड वासी शामिल रहे।