बीजींग/नई दिल्ली। कोरोना के बाद चीन में एक और वायरस ने एंट्री मारी है। बताया जा रहा कि इस वायरस की चपेट में आकर चीन में ही 170 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक इस वायरस की पुष्टि दुनिया के 18 देशों में की गई है। इस खतरनाक वायरस की चपेट में आए देशों में भी अब तक 7834 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। 170 लोगों के बाद फिर से चीन में आपातकाल की स्थिति बन गई है।
मिली जानकारी के अनुसार चीन के कई शहरों में इन दिनों ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) वायरस कहर बरपा रहा है। एचएमपीवी के चलते एक बार फिर अस्पतालों में मरीजों की संख्या में ताबड़तोड़ इजाफा हुआ है। तेजी से बढ़ते आंकड़े ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। वहीं दूसरी ओर हालात को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस नए संक्रमण को “वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल” करार दिया है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने जिनेवा में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि यह वायरस तेजी से फैल रहा है, और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि चीन ने पहली बार 31 दिसंबर, 2019 को स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा की थी।
क्या है ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी)
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) पहली बार 2001 में खोजा गया था। यह मुख्य रूप से 14 साल से कम उम्र के बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित करता है। वायरस मुख्य रूप से सर्दियों के मौसम में फैलता है और खांसी, बुखार, और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण उत्पन्न करता है। चीन के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण और रोकथाम प्रशासन ने लैब रिपोर्टिंग प्रक्रिया को तेज कर दिया है और संक्रमित मरीजों की निगरानी शुरू कर दी है।
अचानक मरीजों की संख्या में हुआ उछाल
हाल ही में रिपोर्ट्स में यह पाया गया है कि 16 से 22 दिसंबर के बीच संक्रमण की दर में तेजी आई है। यह वायरस उन क्षेत्रों में अधिक सक्रिय है, जहां तापमान तेजी से गिर रहा है। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और रिपोर्ट्स ने इस संकट को और अधिक उजागर कर दिया है।
चीन सरकार ने अस्पतालों में विशेष वार्ड तैयार करने, वायरस की जांच बढ़ाने, और जनता को जागरूक करने के लिए अभियान शुरू कर दिए हैं। डब्ल्यूएचओ ने भी इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया है। ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के बढ़ते मामलों ने दुनिया भर में अलार्म बजा दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि इस संकट को रोका जा सके। सभी को सतर्क रहने और आवश्यक स्वास्थ्य निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।