शासकीय हाई स्कूल स्याहीमुड़ी में अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
कोरबा / छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस: जिले के शासकीय हाई स्कूल, स्याहीमुड़ी में अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय की प्राचार्य डॉ. फ़रहाना अली ने की। उन्होंने बाघ दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बाघ न केवल भारत का राष्ट्रीय पशु है, बल्कि यह पारिस्थितिकी तंत्र में संतुलन बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाता है।कार्यक्रम में भारत में बाघों की वर्तमान स्थिति और उनके संरक्षण पर चर्चा की गई। ईको क्लब प्रभारी प्रभा साव ने इस वर्ष की थीम “बाघों के लिए एक सुरक्षित भविष्य” साझा की तथा इस विषय पर विद्यालय में स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया।
भुइयाँ ईको क्लब के विद्यार्थियों ने बाघ के मुखौटे पहनकर रैली निकाली और बाघों की सुरक्षा का संकल्प लिया।
व्याख्याता पुष्पा बघेल ने बाघों की घटती संख्या के प्रमुख कारणों अवैध शिकार और तस्करी,जंगलों की कटाई और प्राकृतिक आवास का नष्ट होना,मानव और वन्यजीव के बीच बढ़ते संघर्ष,भोजन की कमी और प्रदूषण को बताया।उन्होंने बाघों के संरक्षण हेतु उपाय भी सुझाए जैसे संरक्षित वन क्षेत्रों और टाइगर रिज़र्व की संख्या बढ़ाना,जंगलों की कटाई पर नियंत्रण,स्थानीय समुदायों को वन्यजीव संरक्षण से जोड़ना, अवैध शिकार पर सख़्त कार्रवाई,जागरूकता अभियान चलाकर आम जनता को बाघों की महत्ता बताना।कार्यक्रम में प्रभा गुप्ता और सरोजिनी उईके ने भी सहयोग प्रदान कर आयोजन को सफल बनाया।यह कार्यक्रम विद्यार्थियों में पर्यावरणीय चेतना और वन्यजीवों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने की दिशा में एक सराहनीय पहल रहा।