डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह में औद्योगिक सुरक्षा सप्ताह का आयोजन


डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह में औद्योगिक सुरक्षा सप्ताह का आयोजन

सुरक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य एवं पर्यावरण की सुरक्षा हम प्रत्येक की जिम्मेदारी: संजीव कंसल

कोरबा /छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस: डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह, कोरबा पूर्व में औद्योगिक सुरक्षा सप्ताह का आयोजन 3 दिसम्बर से किया गया। औद्योगिक सुरक्षा दिवस के अवसर पर सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि कारखाना प्रबंधक संजीव कंसल, के अध्यक्षता एवं अतिरिक्त मुख्य अभियंता राजा बाबू कोसारे, अंजना कुजुर, राजेश्वरी रावत, एल.एन. सूर्यवंशी एवं वरि. मुख्य रसायनज्ञ मालती जोशी की गरिमामय आतिथ्य में दीप प्रज्वलित कर माँ सरस्वती की पूजा अर्चना के साथ आरम्भ किया गया।
इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा उपस्थित सभी अधिकारियों कर्मचारियांे एवं ठेका श्रमिकों को सुरक्षा प्रतिज्ञा दिलायी गयी। कंसल ने अपने उद्बोधन में कहा कि सुरक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य एवं पर्यावरण की सुरक्षा भी हमारी जिम्मेदारी है एवं संयंत्र में संरक्षा के प्रति सबको प्रोत्साहित करते हुए कि हमें काम करते समय सुरक्षा के सभी उपकरणों का उपयोग करते हुये सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए। सुरक्षित तरीके से काम करते हुये ही हम शून्य दुघर्टना के लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे। इस अवसर पर राजा बाबू कोसारे जी ने कहा छोटी-छोटी दुर्घटना या लापरवाही को भी रोकने की कोशिश करना आवश्यक है। राजेश्वरी रावत ने कहा सुरक्षा को हम जिम्मेदारी समझे, हमारी सुरक्षा, संयंत्र की सुरक्षा, हमारे आसपास के लोगों की सुरक्षा सभी हमारी जिम्मेदारी है। अतः हम सबका यह प्रयास होना चाहिए कि हम सुरक्षा नितियों को अपनाकर कार्य करें। अंजना कुजुुर ने अपने उद्बोधन में कहा हम मशीनों से समझदारी की उम्मीद नहीं कर सकते, मानवीय गलतीयों को कम करना ही दुर्घटनाओं को रोकने का सही तरीका है। एल एन सूर्यवंशी ने कहा की टालने की मानवीय प्रकृति सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत हानिकारक होती है। मालती जोशी ने कहा की रसायनो से जुड़े खतरों एवं सभावित दुर्घटनाओं से संबंधित सुरक्षा तरीको से सभी को अवगत् कराया। इस अवसर पर सहायक अभियंता कविता ठक्कर द्वारा भोपाल गैस त्रासदी का संक्षिप्त विवरण दिया।
मुख्य संरक्षा अधिकारी टी.पी. सिंह ने सप्ताह भर आयोजित होने वाली कार्यक्रमों की जानकारी दी तथा सभी को सहभागिता के लिये अनुरोध किया। कार्यक्रम का संचालन सुमन सोमानी तथा आभार प्रदर्शन अधीक्षण अभियंता (संरक्षा) आर.पी. टण्डन के द्वारा चंद लाइनों ’’पसंद किया मैने सुरता को नजर अंदाज करना। वरना रोक सकता था मै, एक दुर्घटना का हो जाना’’।। के माध्यम से किया गया। इस अवसर पर उन्होने कहा बड़ी संख्या में अधिकारी कर्मचारी एवं ठेका श्रमिक उपस्थित थे।