कोल्हापुर (महाराष्ट्र)। दुनिया में विचित्र और अजीबो-गरीब घटनाएं अक्सर ही सामने आती रहती हैं। अब महाराष्ट्र के कोल्हापुर में ऐसी ही चौंकाने वाली घटना सामने आई है। डॉक्टर ने जिस शख्स को मृत घोषित कर दिया था, अचानक उनके सीने में दिल धड़कने लगा। शरीर में मूवमेंट होने लगी, जो महिला कुछ देर पहले विधवा थी, वह अगले ही पल सुहागन हे गई। जो बच्चे खुद को अनाथ समझने लगे थे, उनके पिता मौत को पीछे छोड़कर उनके पास आ गए। एंबुलेंस ड्राइवर की एक गलती से दुख के बादल छंट गए और खुशियों की बहार आ गई। यह कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि हकीकत है।
जानकरी के अनुसार, 65 साल के पांडुरंग उल्पे को हार्ट अटैक आया था। उन्हें तत्काल एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। परिजन उनके शव को एम्बुलेंस में रखकर घर ला रहे थे। वहीं, उल्पे के अंतिम संस्कार की तैयारियां भी शुरू कर दी गई थीं। इस बीच, उल्पे की बॉडी को ले जा रही एम्बुलेंस एक ब्रेकर पर उछल पड़ी और तेज झटका लगा, तभी उनकी पत्नी की नजर उनके हाथों पर गई। उनकी अंगुलियों में हरकत हो रही थी। तत्तकाल उल्पे को एक दूसरे अस्पताल में एडमिट कराया गया, जहां उनका तकरीबन 15 दिनों तक इलाज चला। इसके बाद वह अस्पताल से पैदल ही चलकर अपने घर पहुंच गए।
गजब की कहानी- 16 दिसंबर 2024 को पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के कसाबा-बावाड़ा के निवासी उल्पे को दिल का दौरा पड़ा था। उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उल्पे को एक एम्बुलेंस के जरिये अस्पताल से उनके घर लाया जा रहा था। दूसररी तरफ, उनके निधन की खबर सुनकर पड़ोसी और रिश्तेदार उनके घर पर इकट्ठा हो गए थे। सब लोग उनके अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटे थे। 65 साल के बुजुर्ग पांडुरंग उल्पे के लिए एक स्पीड ब्रेकर लाइफ सेविंग साबित हुआ। दरअसल, उनके शव को जब अस्पताल से लाया जा रहा तो ड्राइवर की गलती की वजह से एंबुलेंस स्पीड ब्रेकर पर जोर से उछल पड़ी। इससे तेज झटका लगा, तभी उनकी पत्नी की नजर उल्पे की बॉडी पर गई। उन्होंने देखा कि उनकी अंगुलियों में हरकत हो रही है।
दूसरे अस्पताल में कराया भर्ती- उल्पे की पत्नी ने कहा कि जब हम उनके शव को अस्पताल से घर ला रहे थे, तो एम्बुलेंस एक स्पीड ब्रेकर से गुज़री। हमने देखा कि उनकी अंगुलियों में हरकत हो रही थी। परिवार के एक सदस्य ने कहा कि फिर उन्हें दूसरे अस्पताल में ले जाया गया, जहां वह एक पखवाड़े तक रहे। इस दौरान उनकी एंजियोप्लास्टी हुई। एम्बुलेंस के स्पीड ब्रेकर से गुजरने के एक पखवाड़े बाद उल्पे सोमवार को अस्पताल से घर लौट आए।
16 दिसंबर की घटना- उल्पे ने 16 दिसंबर की घटना के बारे में खुद विस्तार से बताया है। उल्पे ने कहा, ‘मैं टहलकर घर आया था और चाय पीने के बाद बैठा था। मुझे चक्कर आ रहा था और सांस फूल रही थी। मैं बाथरूम गया और उल्टी कर दी। मुझे याद नहीं कि उसके बाद क्या हुआ, मुझे अस्पताल कौन ले गया, इसके बारे में कुछ पता नहीं है। इस घटना के बारे में हर तरफ चर्चा हो रही है।