नई दिल्ली। शुक्रवार सुबह इंडियन नेवी के जंगी जहाज पर प्रोपल्शन सिस्टम बनाने के लिए भारत और ब्रिटेन के बीच एग्रीमेंट हुआ है। नौसेना के लिए इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम के डिजाइन और विकास पर सहयोग के लिए दोनों देशों के रक्षा मंत्रालयों के मध्य यह समझौता हुआ। इसके लिए दोनों देशों ने एक आशय पत्र पर पोर्ट्समाउथ में हस्ताक्षर किए गए हैं।
शुक्रवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह हस्ताक्षर इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन क्षमता साझेदारी की तीसरी संयुक्त कार्य समूह बैठक का हिस्सा है । यह समझौता उन्नत प्रौद्योगिकियों के स्वदेशी विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस आशय पत्र के माध्यम से भविष्य में नौसैनिक जहाजों के लिए इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन क्षमता के सह डिजाइन पर काम होगा।
इसके अलावा सह निर्माण और सह उत्पादन में सहयोग के लिए भी एक व्यापक रूपरेखा के तौर पर कार्य किया जाएगा। यह निर्माण भारतीय शिपयार्ड में बनाने की योजना है। इसके अंतर्गत लैंडिंग प्लेटफार्म डॉक्स में पूर्ण इलेक्ट्रिक सिस्टम होने की अवधारणा की गई है।
भारतीय रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव नौसेना प्रणाली राजीव प्रकाश और ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के जहाज संचालन एवं क्षमता एकीकरण निदेशक रियर एडमिरल स्टीव मैकार्थी के बीच इस आशय पत्र पर हस्ताक्षर करने के साथ-साथ इसका आदान-प्रदान किया। गौरतलब है कि सशस्त्र बलों और उद्योग जगत के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए नई दिल्ली में एक रक्षा भागीदारी दिवस भी आयोजित किया जा रहा है।