कौशल विकास से ही आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ते हैं: डॉ. संजय गुप्ता

कौशल विकास से ही आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ते हैं-डॉ. संजय गुप्ता

इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में विश्व कौशल दिवस के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों ने सीखे विभिन्न कौशल,पढ़ी हुई बातों का किया व्यावहारिक प्रयोग

कोरबा/छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस न्यूज़: विश्व युवा कौशल दिवस 2024 का विषय, “शांति और विकास के लिए युवा कौशल”, शांति स्थापना और संघर्ष समाधान में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है। आज दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही है, जिनमें से कई युवा वर्ग को प्रभावित करती हैं।विश्व युवा कौशल दिवस, जो हर साल 15 जुलाई को मनाया जाता है, बेरोज़गारी और अल्परोज़गार से निपटने के लिए युवा कौशल विकास को बढ़ावा देता है। यह प्रशिक्षण और शिक्षा में निवेश को प्रोत्साहित करता है, जिसका उद्देश्य युवाओं को कार्यबल में बेहतर ढंग से एकीकृत करना है।

इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में विश्व कौशल दिवस के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों ने साइंस लब में विभिन्न प्रयोग कर अवधारणाओं को समझने का प्रयास किया।विभिन्न प्रकार के रसायनों को मिश्रित कर उनके दैनिक जीवन में उपयोग से भी परिचित हुए।फिजिक्स लब में डायनेमो एवं पास्कल तथा आइनस्टाइन के सिध्धांतोंका भी जीवंत प्रैक्टिकल किया वहीं बायोलॉजी लैब में विभिन्न जीव जंतुओं के सुरक्षित रखे गए देह का भी सूक्ष्म निरीक्षण किया।

रसायन विज्ञान के शिक्षक श्री अजीत सर ने  विद्यार्थियों का ज्ञान वर्धन करते हुए कहा कि हमारे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में रसायन है।हमारे शरीर में ही विभिन्न प्रकार के रसायन का निर्माण होता है जो हमारे लिए अत्यंत आवश्यक होते हैं साथ ही हमारा शरीर हानिकारक रसायनों को शरीर से पृथक करता है।सभी मेडिसिन में भी रसायनों का ही प्रयोग किया जाता है।यदि हम रसायनों के कार्यों एवं संरचनाओं को अच्छी तरह समझ जाएंगे तो इस फील्ड में भी अपना भविष्य साकार एवं सुरक्षित कर सकते हैं।
श्री बितेंद्र गुप्ता (प्रभारी फिजिक्स लैब) ने विद्यार्थियों को बताया कि हम विज्ञान मेंंजो भी पढ़ते हैं उसका शत प्रतिशत प्रयोग कर हमें समझने का प्रयास करना चाहिए की वास्तव में ऐसा होता भी है कि नहीं।जीवन का कोई भी क्षेत्र विज्ञान से अछूता नहीं है।यदि आपको स्कूल से कोई प्रोजेक्ट दिया जाता है तो इसका एकमात्र यही उद्देश्य होता है कि आपका स्किल डेवलप हो।एएसपी चीजों को गहराई से समझें।आज का दिन आपकी प्रतिभा को स्पार्क करने का दिन है कि आप जानो।की।सिर्फ पुस्तके ज्ञान ही पर्याप्त नहीं है अपितु पढ़े हुए बाटोंनका जीवन में इंप्लीमेंट करना भी आवश्यक है।

विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता ने कहा कि विश्व कौशल दिवस का उद्देश्य ही है युवा पीढ़ी के कौशलों का विकाश कर उन्नति के मार्ग में प्रशस्त करना।विद्यार्थी अपनी प्रतिभा को पहचानकर अपने स्किल को निखारने की दिशा में प्रयास करें।आज के युवा हमारे देश के भविष्य हैं।हमें उन्हें है हाल में स्किल्ड बनाना है।याद रहे यदि हम स्किल्ड हैं तो हम कभी भी बेरोजगार नहीं रहेंगे।स्किल्ड होने का एक लाभ यह भी है की हमें समाज में सम्मान भी मिलता हैं।हम आर्थिक रूप से संपन्न होते हैं।नौकरी महीने के कारण आज की युवा पीढ़ी तनावग्रस्त हो रही है।वे आत्महत्या के भी शिकार हो जाते हैं।आज विश्व युवा कौशल दिवस मनाने का यही उद्देश है कि युवा स्किल्ड हों तथा एक अच्छी जीवनशैली के हकदार बनें।इस दिवस का उद्देश्य ही है युवाओं में स्किल डेवोल्पो कर योग्य बनाना।


सिर्फ भारत ही नहीं दुनियाभर में और भी कई देश हैं जहां युवा बेरोजगार घूम रहे हैं। इसके लिए सिर्फ शिक्षा को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है बल्कि स्किल्स की कमी पर भी गौर फरमाने की जरूरत है। हर साल 15 जुलाई को मनाए जाने वाले World Youth Skills Day का मकसद युवाओं को कौशल विकास के प्रति जागरूक करना है।साल 2014 में युवाओं को रोजगार हेतु जरूरी प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए श्रीलंका ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के समक्ष विश्व युवा कौशल दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा गया। जिसे 18 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मंजूरी दे दी और 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस मनाने का फैसला किया। तब से हर साल 15 जुलाई को तरह-तरह के कार्यक्रमों के जरिए यह दिन सेलिब्रेट किया जाता है।