माता दुर्गा का आह्वान हमें सिखाता है कि नारी में वह शक्ति है, जो न केवल परिवार, बल्कि समाज और राष्ट्र को आगे बढ़ा सकती है-डॉ. संजय गुप्ता
आई0पी0एस0 दीपका के नन्हे सितारे नजर आए माँ ‘दुर्गा के 9 रुपों ’के मनमोहक रुप में
कोरबा / छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस : हमारी चेतना के अंदर सतोगुण; रजोगुण और तमोगुण तीनों प्रकार के गुण व्याप्त होते हैं। प्रकृति के साथ इसी चेतना के उत्सव को नवरात्रि कहते हैं। इन 9 दिनों में पहले तीन दिन तमोगुणी प्रकृति की आराधना करते हैं। दूसरे तीन दिन रजोगुणी और आखिरी तीन दिन सतोगुणी प्रकृति की आराधना करते हैं।
माँ एक ऐसा शब्द है जो प्रत्येक के जुबान में आते ही सहसा एक असीम आनंद की अनुभूति का एहसास कराता है। ऐसा ही सतत् एहसास तब होने लगता है जब नवरात्रि का पर्व आता है। सृष्टि में चारों तरफ एक अजीब व अद्वितीय आनंद का स्पर्श साथ में लेकर आता है। चारों तरफ माता के जयकारे गूँजने लगते हैं। ‘जय माता दी’ के नारों से सारा वातावरण गुँजायमान हो जाता है। हर गली, मोहल्ले, चौक-चौराहे में माता जी की मनभावन प्रतिमा का दर्शन होता है। चारों तरफ खुशियों का माहौल होता है।प्रकृति भी माता का स्वागत अपने अंदाज में करने लगती है। सुबह-सवेरे प्यारी व गुदगुदाने वाली ठंड की भी दस्तक मखमली कोहरे की धुँध के साथ होती है । धरती भी हरियाली की चादर ओढ़े होती है। खेतों में धान की सुनहरी बालियाँ माँ धरा को नमन करने लगती हैं। वृक्षों में रंग-बिरंगी पंक्षियाँ कलरव करती हैं। इस प्रकार प्रकृति अपनी अदा से नवरात्रि पर्व की खुशियों को साझा करती है।
*नवरात्रि के इसी पावन पर्व को ‘इंडस पब्लिक स्कूल-दीपका’* के नन्हें-मुन्हें बच्चों ने अपने अंदाज में मनाया। विभिन्न प्रकार की पारंपरिक वेशभूषा में बच्चों का उत्साह देखते ही बनता है। बच्चों ने माँ दुर्गा के अलग-अलग 9 रुपों का रुप धरा, जैसे-ब्रह्मचारिणी;स्कन्दमाता;कात्यायनी;शैलपुत्री;कालरात्रि;महागौरी;सिद्धीदात्री;कुष्माण्डा;चंद्रघंटा। इन सभी रुपों में बच्चे बड़े ही आकर्षक लग रहे थे। इनकी हृदयस्पर्शी मुस्कान और नयनाभिराम भावभंगिमा सहसा ही सबका मन मोह लेते थे।
सर्वप्रथम माँ दुर्गा के इन जीवंत रुपों को ससम्मान पंक्तिबद्ध खड़े कर के पूरी श्रद्धा से विद्यालय के सम्माननीय प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने पूजा-अर्चना की तत्पश्चात विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने भी क्रमशः पूजा-आरती की। माँ दुर्गा की प्रफुल्लित करने वाली आरती की आवाज से पूरा विद्यालय प्रांगण गुंजायमान हो उठा। माँ के चरणों पर अक्षत;चंदन;पुष्प आदि अर्पित किए गए। अंत में सभी भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया।
दीपका स्थित इंडस पब्लिक स्कूल में पढ़ाई के साथ शिक्षा व संस्कार पर विशेष बल दिया जाता है यही वजह है कि यहाँ हर त्यौहार पर एक विशेष आयोजन किया जाता है जिसमें बच्चों को उस त्यौहार को मनाने का कारण व उसे कैसे मनाया जाता है यह भी बताया जाता है । निःसंदेह प्रायोगिक ज्ञान हमारे सीखने की क्षमता एवं गति दोनों को बढ़ाता है इसलिए यहाँ त्योहारों का आयोजन कर बच्चों के ज्ञान वृध्दि का कार्य किया जाता है ।
इस अवसर पर विद्यालय में माँ दुर्गा के नौ रूपों में बच्चों ने परिधान धारण किए । देखकर ऐसा लग रहा था मनो साक्षात् देवी के नौ रूप विद्यालय में अपने आशीष की वर्षा करने पधारी हैं । विद्यालय प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने सभी देवियों को तिलक लगाया, पूजा की आरती किया । समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं ने देवियों की पूजा अर्चना व आरती में भाग लिया ।तत्पश्चात बच्चों ने रास गरबा में भाग लिया ।
इस अवसर पर पर प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने सभी बच्चों एवं नगर वासियों को नवरात्री उपासना पर्व पर असत्य एवं सत्य की जीत का प्रतीक विजय दशमी की हार्दिश शुभकामनाएँ दी और कहा विजय दशमी के दिन रावण के पुतले दहन के साथ हमारे मन की बुराई रूपी रावण को भी मार कर इस त्योहार को उद्देश्यपूर्ण बनाएँ ।