SPORTS. चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर आईसीसी की आज अहम बैठक कर रही है। जिसमें अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लंबे समय से प्रतीक्षित कार्यक्रम को लेकर मुक्य चर्चा करने वाली है तो दूसरी ओर भारत सरकार की ओऱ से पहली बार पूरे मामले पर बयान आया है। चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी पाकिस्तान के पास है और बीसीसीआई ने आईसीसी को बता दिया है कि वह टीम को पाकिस्तान नहीं भेजेगा। पाकिस्तान दूसरी तरफ टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल के तहत आयोजित नहीं करने पर अड़ा हुआ है।
आईसीसी बोर्ड की बैठक वर्चुअल तरीके से होगी और इसमें चैंपियंस ट्रॉफी के कार्यक्रम को लेकर कोई हल निकलने की संभावना है। आईसीसी के फैसले से ठीक पहले भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने एक लाइन में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ-साफ लहजे में कहा कि, बीसीसीआई ने बयान जारी किया है।
बोर्ड के अनुसार, पाकिस्तान में सुरक्षा संबंधित दिक्कते हैं, इसलिए टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी। हम इसी पर कायम हैं। इस बीच आईसीसी के सदस्य पीसीबी को ये समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच मैच के बिना चैंपियंस ट्रॉफी की चमक फीकी पड़ जाएगी और सबसे अहम बात ये है कि इससे बड़े पैमाने पर वित्तीय नुकसान होगा।
वहीं इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि, इस समय हाइब्रिड मॉडल सबसे अच्छा विकल्प है। हमें उम्मीद है कि टूर्नामेंट में शामिल सभी पक्ष टूर्नामेंट के हित में समझदारी भरा फैसला लेगें। भारत और पाकिस्तान के बिना टूर्नामेंट का आयोजन करना अच्छा नहीं है। टूर्नामेंट के मुख्य प्रसारक जियो स्टार ने पहले ही आईसीसी के टॉप अधिकारियों से संपर्क कर कार्यक्रम के बारे में आखिरी निर्णय पर पहुंचने में हो रही देरी पर अपनी निराशा व्यक्त की है। आईसीसी और प्रसारणकर्ता के बीच हुए अनुबंध के अनुसार संचालन संस्था से अपेक्षा की गई थी कि वह टूर्नामेंट का कार्यक्रम कम से कम 90 दिन पहले दे, लेकिन ये समय सीमा पहले ही पार कर ली गई है।