जिले में दो दिनों के बारिश से ही जनजीवन अस्त व्यस्त, देखिए तस्वीरें
कोरबा / छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस न्यूज़: जिले में हो रही दो दिनों की बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है, जिले के अनेक स्थानों से अलग-अलग तस्वीर निकाल कर आ रही है जिसमें कहीं स्कूल तो कहीं अस्पताल तो कहीं घर में बारिश का पानी घुस गया है दो दिनों से हो रही बारिश ने लोगों की जिंदगी पर खासा असर डाल दिया है पुल पुलिया पर नदी नालों का पानी ऊपर से गुजर रहा है जिसके कारण आवागमन बाधित हो गया है।
सिरली पितनी नदी उफान पर, जान जोखिम में डालकर कर रहे पुल पार
सिरली पितनी नदी उफान पर है,ऐसे में आवागमन करने वाले ग्रामीण अपनी जान का जोखिम उठाने में लगे हैं। नदी एवं नाले के पुल पर पानी का तेज बहाव होने के बाद भी लोग पुल पार करने के लिए जोखिम उठाते दिख रहे हैं। ताज़ा मामला कोरबा जिले के पाली विकासखंड अंतर्गत आने वाले सिरली ग्राम का है ।ये मुख्य मार्ग होने के कारण आने जाने रास्ते में नदी पड़ता है,जो भारी बारिश के चलते उफान पर है, बावजूद इसके भी इस नाले को पार करने के लिए लोग दोनों ही किनारों पर खड़े नजर आ रहे हैं।
हरदी बाजार से ग्राम नेवसा को जोड़ने वाली लीलागर नदी भी उफान पर है नदी का पानी पुल के ऊपर से गुजर रहा है इस वजह से अवागमन बाधित हो गया है
पंचायत अंतर्गत भिलाई बाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तालाब बन गया है जिससे मरीजों को अस्पताल पहुंचने में भारी परेशानी हो रही है । बता दे अस्पताल के बाहर घुटने भर से जायदा पानी भर गया है बावजूद कर्मचारी व मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं।
हरदी बाजार अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत मुरली के शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय के भवनों में बारिश का पानी घुस गया बारिश का पानी विद्यालय के कमरों में घुस जाने से स्कूल की छुट्टी करनी पड़ी सभी बच्चों को सब कुशल घर तक छोड़ा गया
एसईसीएल के खदानों में भी बारिश का पानी भर गया इससे खदान के अंदर चलने वाले वहां पानी फंस गए एसईसीएल के कुसमुंडा और गेवरा खदान से ऐसी तस्वीर सामने आई है,
गेवरा दीपका में विजयनगर के पास मुख्य मार्ग में लबालब पानी भर गया इससे कुछ देर के लिए यातायात बाधित हुआ दरअसल कोरबा से दिपका जाने वाले मार्ग में विजयनगर के पास सड़कों के बीचो बीच नदी जैसे हालात हो गए पानी का तेज बहाव सड़क के ऊपर से गुजरने लगा जिसके कारण इस मार्ग पर सफर करने वाले लोग कुछ देर के लिए ठहर गए। पानी का भाव इतना तेज था कि किसी की हिम्मत नहीं हुई के वह आगे बढ़ सके।