पर्यावरण संरक्षण ही हमारी जिम्मेदारी है, इसके संरक्षण में हमारी भागीदारी है : डॉ संजय गुप्ता
पर्यावरण संरक्षण, संवर्धन एवं प्रदूषण निवारण जागरूकता कार्यक्रम में इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के सभी विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया,पर्यावरण सुरक्षा एवं संरक्षण की सभी ने ली शपथ
कोरबा / छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस : र्यावरण हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हमें जीने के लिए आवश्यक सभी संसाधन प्रदान करता है। लेकिन हमारे दैनिक जीवन में हम पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसलिए पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता है।
पर्यावरण संरक्षण से वायु, जल और भूमि प्रदूषण कम होता है। जैव विविधता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्यावरण संरक्षण का बहुत महत्व है। सभी के सतत विकास के लिए पर्यावरण संरक्षण महत्वपूर्ण है। हमारे ग्रह को ग्लोबल वार्मिंग जैसे हानिकारक प्रभावों से बचाने के लिए पर्यावरण संरक्षण भी महत्वपूर्ण है।पर्यावरण संरक्षण का अर्थ है पर्यावरण की गुणवत्ता में सुधार, बचाव और उसे बनाए रखना। पर्यावरण संरक्षण के मुख्य तरीके हैं पुनर्चक्रण, पुनः उपयोग और कम करना; हालाँकि, कुछ अन्य तरीके भी हैं जैसे कि हरित ऊर्जा उत्पादन, हरित परिवहन विकास और पर्यावरण के अनुकूल औद्योगिकीकरण।
पर्यावरण संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है। हमें अपने दैनिक जीवन में पर्यावरण की रक्षा के लिए काम करना चाहिए। हमें वृक्षारोपण करना, ऊर्जा और जल की बचत करना, और प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर नियंत्रण रखना चाहिए। तभी हम एक स्वस्थ और सुरक्षित पर्यावरण का निर्माण कर सकते हैं।
*इंडस पब्लिक स्कूल दीपका* में *पर्यावरण संरक्षण एवं जागरूकता विषय पर एक* विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शिक्षकों सहित कक्षा तीसरी, चौथी एवं पांचवी के विद्यार्थियों ने सहभागिता निभाई। विद्यार्थियों को आगंतुक अतिथियों ने पर्यावरण के महत्व ,पर्यावरण की सुरक्षा एवं पर्यावरण का मानव जीवन पर प्रभाव से अवगत कराया। विद्यार्थियों को समझाया कि किस प्रकार हमारे इर्द-गिर्द पशु पक्षी ,पेड़ पौधे, नदी, जल, जंगल जमीन, जीव जंतु इत्यादि सभी प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से जनजीवन को प्रभावित करते हैं।
पर्यावरण संरक्षण पर सब की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विभिन्न कक्षा स्तर पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया ,जिस पर सभी विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया ।एक से बढ़कर एक रोचक प्रश्नों के माध्यम से विद्यार्थियों के बालमन पर पर्यावरण की समझ विकसित करने का प्रयास किया गया। *इंजन निर्माता कंपनी कमिंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के तत्वाधान में इंडस पब्लिक स्कूल दीपिका में पर्यावरण सुरक्षा एवं संरक्षण विषय पर* एक विशेष व्याख्यान एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों को वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, भूमि प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण सहित सभी प्रकार के प्रदूषण के कारण एवं दुष्प्रभावों से अवगत कराया गया। साथ ही शपथ दिलवाई गई कि ना वह खुद नहीं किसी और को पर्यावरण को प्रदूषित करने देंगे ।यथासंभव पर्यावरण की सुरक्षा व संरक्षण हेतु जिम्मेदारी निभाएंगे। पर्यावरण संरक्षण, संवर्धन एवं प्रदूषण निवारण जागरूकता कार्यक्रम में इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के सभी विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
इस कार्यक्रम में कमिंस इंडिया लिमिटेड की ओर से काजा मोहिद्दीन(सीनियर मैनेजर )रजनीश कुशवाहा (सीनियर इंजीनियर )संदीप सिंह (सीनियर इंजीनियर) एवं नफीस (सीनियर इंजीनियर )प्रमुख रूप से उपस्थित थे, जिन्होंने विभिन्न रोचक प्रश्नों के द्वारा विद्यार्थियों की प्रतिभा को परखने का प्रयास किया एवं पर्यावरण सुरक्षा एवं संरक्षण के प्रति रुचि जागृत करने का सराहनीय प्रयास किया।
धरती को स्वच्छ और हरा बनाएंगे, तभी जीवन को सुरक्षित कर पाएंगे -डॉ संजय गुप्ता
विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता ने अपने प्रेरक उद्बोधन में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम छोटे-छोटे कदम उठाकर, जैसे कम पानी और बिजली का इस्तेमाल करना, कचरे को कम करना और उसका पुनर्चक्रण करना, पौधे लगाना, वाहनों का कम इस्तेमाल करना आदि, पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित रखने में योगदान दे सकते हैं। यह पृथ्वी हमारा एकमात्र आवास है और आने वाली पीढ़ियों के लिए इसे बचाना हमारा सामूहिक दायित्व है।प्रकृति के संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाना हमेशा एक ज़रूरी कदम है। यह तभी संभव है जब ज़्यादा से ज़्यादा लोग इसके महत्व को समझें और समझें कि वे किस तरह से इसमें मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, ज़्यादा से ज़्यादा पेड़ लगाना भी ज़रूरी है। वायु प्रदूषण को कम करने में योगदान देना ज़रूरी है।पर्यावरण शब्द का अर्थ है हमारे चारों ओर का वातावरण है। हर मनुष्य का कर्त्तव्य है कि वह पर्यावरण संरक्षण की ओर ध्यान दे और उसे सँवारे। पर्यावरण संरक्षण का तात्पर्य है कि हम अपने चारों ओर के वातावरण को संरक्षित करें तथा उसे जीवन के अनुकूल बनाए रखें क्योंकि पर्यावरण और प्राणी एक-दूसरे पर आश्रित हैं।
स्वच्छ पर्यावरण, स्वस्थ जीवन का आधार-डॉ संजय गुप्ता
वनों की कटाई को हर कीमत पर हतोत्साहित किया जाना चाहिए । हम जितने ज़्यादा पेड़ लगाएंगे, उतना ही ज़्यादा हमारा पर्यावरण संरक्षित हो सकेगा। वनों की कटाई से मिट्टी की गुणवत्ता में भारी गिरावट आती है और भूस्खलन होता है। बेहतर वृक्षारोपण से वनीकरण होता है जो मिट्टी की ताकत की अखंडता को मजबूत करने में मदद करता है।वन्यजीवों की रक्षा करता है: संरक्षण जानवरों और उनके आवासों की रक्षा करने में मदद करता है । जब हम प्रकृति का ख्याल रखते हैं, तो जानवरों को रहने के लिए एक सुरक्षित जगह मिलती है। प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करता है: पानी, पेड़ और खनिजों जैसे संसाधनों का बुद्धिमानी से उपयोग करके, हम सुनिश्चित करते हैं कि वे खत्म न हों।संरक्षण का सबसे स्पष्ट कारण वन्यजीवों की रक्षा करना और जैव विविधता को बढ़ावा देना है। वन्यजीवों की रक्षा करना और उन्हें भविष्य की पीढ़ियों के लिए संरक्षित करना भी इसका मतलब है कि जिन जानवरों से हम प्यार करते हैं वे दूर की याद बनकर न रह जाएँ। और हम एक स्वस्थ और कार्यात्मक पारिस्थितिकी तंत्र बनाए रख सकते हैं।