पानी की कमी से जूझ रहा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भिलाई बाजार, रात के अंधेरे ने बाल्टी से पानी लाने को मजबूर है महिला स्वास्थ्य कर्मचारी


पानी की कमी से जूझ रहा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भिलाई बाजार, रात के अंधेरे ने बाल्टी से पानी लाने को मजबूर है महिला स्वास्थ्य कर्मचारी

छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस/ 24 अप्रैल 2025/ Mahendra Rathore

कोरबा /भिलाई बाजार – ग्राम पंचायत भिलाई बाजार अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर, कर्मचारी, अस्पताल में भर्ती मरीज, इस भीषण गर्मी में पानी के लिए मोहताज हैं, एसईसीएल गेवरा खदान से महज कुछ मीटर की दूरी में भिलाई बाजार स्वास्थ्य केंद्र संचालित है, खदान के हैवी ब्लास्टिंग से स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मरीज, सहित डॉक्टर, मेडिकल स्टॉप की जान पर खतरा बना रहता है. हैवी ब्लास्टिंग के कारण सभी डरे सहमें रहते हैं, बता दें हैवी ब्लास्टिंग से स्वास्थ्य केंद्र का बोर सुख गया है जिस कारण दैनिक उपयोग तथा पेय जल का पानी की भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, गांव में पानी की आपूर्ति के लिए पानी टैंकर से पानी व्यवस्था एसईसीएल गेवरा प्रबंधन द्वारा की गई है लेकिन भिलाई बाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है, डॉक्टरों के द्वारा टैंकर चालक को स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन पानी देने को बोलने के बाद भी टैंकर चालक पानी कभी कभी ही देता है, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर अनेकों बार एसईसीएल के अधिकारियों को पानी की समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन एसईसीएल गेवरा के अधिकारियों को कोई फर्क नई पड़ रहा, एसईसीएल के अधिकारी पलड़ा झाड़ने स्वास्थ्य केंद्र पहुंच मुआयना कर चले जाते हैं, लेकिन पानी की कोई व्यवस्था नहीं कर रहे, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भिलाई बाजार क्षेत्र का व्यस्ततम अस्पताल है यहाँ २४ घंटे मरीजों का आना जाना रहता है प्रसव के बाद प्रसूता एवं नवजात शिशु भर्ती रहते है।


अस्पताल के अधिकारियों कर्मचारियों को काम करने में भारी कठिनाई हो रही है, रात में स्वास्थ्य कर्मचारी दूर से बाल्टी में पानी लाने को मजबूर हैं, ताकि रात में प्रसव कराने आए मरीजों को पीने व अन्य उपयोग के लिए पानी की समस्या न हो, जब रात 8 बजे पानी व्यवस्था कराने एसईसीएल गेवरा के अधिकारी सुरेश चौधरी व अन्य अधिकारी से फोन से संपर्क की गई तो एसईसीएल के अधिकारी फोन ही रिसीव नई किए, कुछ दिन पूर्व एसईसीएल के अधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आए थे उन्हें स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर पानी की व्यवस्था कराने की मांग भी कर चुके है लेकिन secl को तो अपने कोल उत्खनन से मतलब है। पारा 45 के पार है इस भीषण गर्मी में स्वास्थ्य केंद्र में पीने के लिए पानी की व्यवस्था नहीं हो पा रही है।